Bharat mata

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HINDU TAN-MAN,HINDU JIVAN,RAG-RAG HINDU ,MERA PARICHAY.........

Thursday, October 31, 2013

गर्व से कहो हम हिन्दू हैं ,क्यों ? - 4

१)आल्डास हक्सले - स्थायी दर्शन का सुस्पष्ट और सर्वस्य सार है गीता.अतः इसका चितन मूल्य न केवल भारतियों के लिए अपितु समूची मानव जाती के लिए है.

२)गवर्नर वारेन हेस्टिंग्स -भारत में गीता जैसे तत्वज्ञान के सन्देश तब भी जीवित रहेंगे,जब शक्ति और सामर्थ्य द्वारा अंग्रेजो के प्राप्त किये हुए स्रोत कल स्मृति में नष्ट हो चुके होंगे.

३)यहूदी मेन्युहिन- एक औसत पश्चिमी व्यक्ति से एक हिन्दू सौ गुना अधिक परिष्कृत,अधिक सुसंस्कृत,अधिक प्रमाणिक,अधिक धार्मिक,और अधिक संतुलित है.

४)स्वामी विवेकानंदा - हिंदुत्व में भारत की जीवनशक्ति विद्यमान है,और जब तक हिन्दू जाती अपने पूर्वजों की विरासत को नहीं भूलती तब तक धरती की कोई भी शक्ति उन्हें नष्ट नहीं कर सकती.

५)महात्मा गाँधी- हिंदुत्व सत्य की चिरंतन खोज का नाम है,और आज यदि वह मृतप्राय ,अप्रगतिशील दीखता है ,तो मात्र इसलिए की हम थके हुए हैं.जैसे ही यह थकावट दूर होगी,विश्व के समक्ष अकल्पनीय तेजस्विता से हिंदुत्व का विस्फोट होगा.

६)अजतीस के देवालयों में प्राप्त भारतीय कला के नमूने साबित करते हैं की अमेरिका में क्रिस्टोफर कोलंबस के पहुँचने से हजारो साल पहले ही हिन्दू वहा पहुँच गए थे.

७)वास्को-दी-गामा के जहाज का अफ्रीका से दक्षिण भारत का एक भारतीय नाविक ने मार्गदर्शन किया था.भारतीय जहाज वास्को-दी-गामा के जहाज से बहुत बड़ा था.

८)पाय्थोगरस सिद्धांत का उल्लेख पाय्थोगारस के पैदा होने से बहुत पहलर भारत के शिल्पसुत्र में हैं.

९)वेदों में विद्युत् शक्ति ,चुम्बकत्व ,ताप,प्रकाश,ध्वनी,और इथर की सुस्पष्ट परिभाषाएं दी हुई हैं.यहाँ तक की परमाणु मिश्रण का सिद्धांत भी वेदकाल में ज्ञात था.

१०)गणितज्ञ चंद्रशेखर ने सितारे के सबसे बड़े आकर की गणना की थी, अब वैज्ञानिक उसी को चंद्रशेखर सीमा कहते हैं.

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